Wednesday, 22 February 2012
Saturday, 18 February 2012
beauty tips hindi
डैंड्रफ के लिए सिरका
सिरके का प्रयोग कई रूपों में किया जाता है। इतना ही नहीं सिरका कई प्रकार का होता है। क्या आप जानते हैं आयुर्वेद में सिरके का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। आप अपने बालों को सुंदर बनाने के लिए भी सिरके का प्रयोग कर सकते हैं। जी हां, सिरका बालों के लिए अच्छा है यानी आप यदि बालों की किसी समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आपको सिरके का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही आपको ये भी पता होना चाहिए कि सिरके का इस्तेमाल बालों के लिए कैसे किया जाता है। आइए जानें डैंड्रफ के लिए सिरके के इस्तेमाल के बारे में।
बालों के लिए सिरके के फायदे
बालों के लिए सिरके के फायदे
- बालों को सुंदर बनाने के लिए सिरके का प्रयोग किया जाता है। डेंड्रफ, जूं जैसी समस्याओं से बचने के लिए सिरके का प्रयोग लाभकारी है।
- बालों की प्राकृतिक रूप से देखभाल के लिए भी सिरके का प्रयोग किया जा सकता है।
- बालों की अच्छी तरह से सफाई और बालों को स्व्स्थ रखने में सिरके का इस्तेमाल किया जाता है।
- बालों की कंडीशनिंग के लिए भी सिरके का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- बालों में होने वाले फुंसी, फंगस और इसी तरह की अन्य समस्याओं को दूर करने और बैक्टीरिया इत्यादि को नष्ट करने में भी सिरके का प्रयोग किया जाता है।
- बालों की चमक बरकरार रखने के लिए और बालों को मुलायम और सुंदर बनाने के लिए सिरके से किफायती कुछ भी नहीं।
- सिरके से बालों को सीधा भी किया जा सकता है। यदि रूखे और घुंघराले बालों को सीधा करना है तो सिरके का प्रयोग करना चाहिए। ऐसे में आपको चाहिए कि आप सेब के सिरके से बालों को धोएं और इससे जल्द ही आप बाल सीधे कर पाएंगे।
सिरके का इस्तेमाल
- डैंड्रफ बालों के लिए एक बड़ी समस्या होती है, ऐसे में यदि आप डैंड्रफ से छुटकारा पाना चाहे तो भी सिरके का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए आपको अच्छी तरह से बालों की जड़ों पर सिरके से तकरीबन आधे घंटे तक मालिश करनी चाहिए और उसके बाद बाल धो लेने चाहिए। ऐसा आप सप्ताह में 2- 3 बार करिए आप पाएंगे कि आपके बालों से डैंड्रफ एकदम गायब हो गई है। इससे डैंड्रफ के कारण हो रही खुजली भी जाती रहेगी।
- इतना ही नहीं यदि स्कॉल्प की त्वचा रुखी है और आपको डैंड्रफ भी हो गई र्है तो आप बालों को धोने के बाद सिरके और थोडा सा बादाम का तेल मिलाकर स्कॉल्प पर अच्छी तरह से लगाएं । इससे स्कॉल्प में नमी भी आएगी और दोबारा कभी डैंड्रफ की समस्या भी नहीं होगी।
- बालों में शैंपू करने के बाद लगभग एक लीटर पानी में करीब 75 मिलीलीटर सिरके का घोल तैयार करना चाहिए और उसे बतौर कंडीशनर इस्तेमाल करना चाहिए।
- बालों को प्राकृतिक रूप से मजबूती देने के लिए बालों में सिरके का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि आपकी स्कॉल्प ऑयली है तो आपको बाल धोने से पहले नींबू के रस के साथ मिलाकर सिरका लगाना चाहिए।
- अब आप ना सिर्फ सिरके के इस्तेमाल से डेंड्रफ से आसानी से निजात पा सकतें हैं बल्कि बालों को रेशमी बनाने के लिए भी सिरका बहुत लाभकारी है।
बालों की कंडीशनिंग के लिए अंडे
अंडा आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। डॉक्टर प्रतिदिन अंडा खाने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं अंडा सिर्फ आपको सेहतमंद ही नहीं बनाता बल्कि आपकी खूबसूरती में भी चार चांद लगाता है। अंडे के सेवन से एक ओर जहां आप सेहतमंद बनते हैं वही दूसरी ओर अंडे से आप अपने बालों में निखार ला सकते हैं। क्या आप जानते हैं बालों की कंडीशनिंग के लिए अंडे बहुत कारगार है। यदि आप चाहते हैं आपके बालों में निखार आए और खूबसूरती बरकरार रहे तो आपको अंडे से कंडीशनिंग करनी चाहिए। आइए जानें बालों की कंडीशनिंग के लिए अंडे कैसे और कितने कारगर है।
- बालों को सुंदर और चमकदार बनाने के लिए अंडा बहुत ही किफायती होता है। इसके लिए आपको कच्चे अंडे का इस्तेमाल करना चाहिए ।
- दरअसल, अंडे में प्रोटीन जैसे कई पौष्टिक तत्वों का समावेश होता है, इसलिए अंडे के प्रयोग से बालों में जान आ जाती है।
- चाहे रूखे बालों में जान डालनी हो या फिर बालों को चमकदार बनाना हो, इन सभी के लिए अंडा बहुत उपयोगी है।
- अंडे से बालों की कंडीशनिंग करना बेहतरीन उपाय है। इसके कई फायदे हैं, इससे ना तो बालों को किसी तरह की हानि पहुंचती हैं और ना ही किसी तरह का कोई साइड इफेक्टस होता है। बालों में जान डालने के लिए यह एक बेहतरीन घरेलू नुस्खा भी है।
अंडे को बालों में लगाने के उपाय
- बालों को सुंदर बनाने के लिए अंडे का कई तरह से प्रयोग किया जा सकता है आप कच्चे अंडे को घोलकर बालों में लगा सकते हैं।
- यदि आप मेहंदी लगाते हैं तो आप मेंहदी में पत्ती के पानी के बजाय अंडे का घोल तैयार कर सकते हैं। इससे आपके बालों को पौष्टिकता भी मिलेगी।
- लंबे, घने और मजबूत बालों के लिए आप अरंडी के तेल में अंडे को मिलाकर बालों की मालिश कर सकते हैं इससे बालों की अच्छी तरह से कंडीशनिंग होगी।
- बालों को धोने से पहले आप कम से कम एक घंटा पहले अंडे के घोल को बालों में लगाएं और बाल सूखने पर बाल साफ पानी से अच्छी तरह धो लें, इसके बाद बालों को शैंपू करें। आपके बाल घने और चमकदार और मुलायम बनेंगे।
- आप बेबी ऑयल के साथ अंडे की जर्दी यानी अंदर के पीले हिस्से को हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर बाल धोएं और इसके बाद आप शैंपू भी कर सकते हैं।
- बालों की कंडीशनिंग के लिए आप दही और नींबू के मिश्रण में अंडे के घोल को डालकर बाल धोने से 15 मिनट पहले लगाएं और फिर अच्छी तरह से शैंपू कर लें। इससे आपके बालों की रंगत ही बदल जाएगी।
- अंडे से बालों की कंडीशनिंग करने के लिए आप इसके साथ नींबू डाल लें और बालों की मालिश करें।
- बालों में प्राकृतिक चिकनाहट बरकरार रखने के लिए आप अंडे की जर्दी में शहद नींबू, दही, बादाम का तेल, इत्यादि मिलाकर पेस्ट तैयार करके बालों में लगाएं। इससे आपके बालों को पौष्टिक तत्व भी मिलगा और बालों में चमक भी बरकरार रहेगी।
लंबे बालों के लिए अरंडी का तेल
बालों को लंबा और घना बनाने में अरंडी का तेल लगाने से मदद होती है, और यह एक प्राकृतिक तरीका है।
वैकल्पिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अरंडी के तेल के माध्यम से बालों को बढ़ाने के उपचार लंबे समय से किये जाते है। यह गंजापन जो विविध कारणों से जैसे व्यक्ती के जीन्स, आहार, रोजमर्रा के जीवन के तनाव के स्तर, व्यक्ती के परिवेश, साथ ही जिवनशैली के परिणाम स्वरुप होता है, के लिए प्राकृतिक बालों के तेल का एक प्रकार माना जाता है। जमैका ब्लॅक केस्टर ऑयल अरंडी के तेल का एक लोकप्रिय उदाहरण जो बालों के गिरने और पतले होने को रोकता है।
अपने बालों की जड़ों में और सिर की त्वचा पर अरंडी के तेल के नियमित उपयोग से मदद मिलेगी:
- बालों के बढ़ने में वृद्धि करता है।
- पतले हो रहे बालों को घना करने में मदद करता है।
- बालों का नुकसान दिखना कम करता है और बालों के नुकसान को रोकता है।
- सूखे बालों को पोषण और उन्हें चमक और उछाल देता है।
- बालों को घनापन और चमक देता है जिसके परिणामस्वरुप बाल स्वस्थ दिखते है।
- बालों और सिर की त्वचा को गहराई से कंडिशनिंग और नमी देता है।
- सिर की त्वचा का सूखापन रोकता है।
- बालों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
इसके अलावा, बालों के छोर पर अरंडी के तेल लगाने से उनका घुंघराला दिखना, और दो मुँहापन समाप्त होता है और क्षतिग्रस्त होने को रोकता है। बाल भी काफ़ी मजबूत हो जाते है और दो मुँहे बाल विकसित नही होते।
बालों के झड़ने पर उपचार के लिए अरंडी के तेल के उपयोग की सामान्य क्रमशः विधी यहाँ दी गयी हैः
- उंगलियों के प्रयोग से, बाल की जड़ों और सिर की त्वचा पर उच्च मात्रा में अरंडी के तेल लगाए।
- सिर की त्वचा पर तेल समान रूप से वितरित हो रहा है,यह सुनिश्चित करे।
- बाकी बालों में तेल लगाने से बचें क्योंकि तेल के गाढ़ेपन से बालों से तेल धोकर निकालने में मुश्किल हो सकती है।
- सिर की त्वचा पर लगाने के बाद, एक प्लास्टिक की टोपी के साथ अपने बालों को ढके और एक तौलिया में लपेटे।
- तेल को कम से कम 15 से 20 मिनट तक रहने दे या रात भर भी रख सकते हैं।
- बाद में अरंडी के तेल को निकालने के लिए शैम्पू के साथ धूलें।
- यह उपाय हप्ते में एक बार करे और छह से आठ सप्ताह तक ऐसा करे जिससे अच्छे परिणाम दिखेंगे।
आप अन्य तेलों के साथ जैसे अंगूर के बीज का तेल, नारियल तेल के साथ अरंडी का तेल का मिश्रण करके लगा सकते है, जिससे उसका गाढ़ापन और अप्रिय गंध कम होगी। केवल प्राकृतिक अरंडी के तेल का उपयोग करें।
बालों के स्वास्थ्य और बढ़ने को प्रोत्साहित करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग करने के अलावा, नियमित आधार पर एक बुनियादी रणनीति जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर एक स्वस्थ आहार लेना, बालों के लिए आवश्यक पुरकखुराक जिसमें बालों के विटामिन होते हैं लेता, पर्याप्त नींद और एक नियमित व्यायाम का अभ्यास करने से आप अपने बालों को लंबा, घना और मजबूत बनाने में मदद कर सकते है। अगर आप को हर बार आईने देखने पर यह ध्यान में आता है, कि आपके बाल पतले होते जा रहे है, तो शायद अरंडी के तेल के विभिन्न उपयोगों के बारे में खोजने का यही समय है।
बालों को लंबा और घना बनाने में अरंडी का तेल लगाने से मदद होती है, और यह एक प्राकृतिक तरीका है।
वैकल्पिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अरंडी के तेल के माध्यम से बालों को बढ़ाने के उपचार लंबे समय से किये जाते है। यह गंजापन जो विविध कारणों से जैसे व्यक्ती के जीन्स, आहार, रोजमर्रा के जीवन के तनाव के स्तर, व्यक्ती के परिवेश, साथ ही जिवनशैली के परिणाम स्वरुप होता है, के लिए प्राकृतिक बालों के तेल का एक प्रकार माना जाता है। जमैका ब्लॅक केस्टर ऑयल अरंडी के तेल का एक लोकप्रिय उदाहरण जो बालों के गिरने और पतले होने को रोकता है।
अपने बालों की जड़ों में और सिर की त्वचा पर अरंडी के तेल के नियमित उपयोग से मदद मिलेगी:
- बालों के बढ़ने में वृद्धि करता है।
- पतले हो रहे बालों को घना करने में मदद करता है।
- बालों का नुकसान दिखना कम करता है और बालों के नुकसान को रोकता है।
- सूखे बालों को पोषण और उन्हें चमक और उछाल देता है।
- बालों को घनापन और चमक देता है जिसके परिणामस्वरुप बाल स्वस्थ दिखते है।
- बालों और सिर की त्वचा को गहराई से कंडिशनिंग और नमी देता है।
- सिर की त्वचा का सूखापन रोकता है।
- बालों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
इसके अलावा, बालों के छोर पर अरंडी के तेल लगाने से उनका घुंघराला दिखना, और दो मुँहापन समाप्त होता है और क्षतिग्रस्त होने को रोकता है। बाल भी काफ़ी मजबूत हो जाते है और दो मुँहे बाल विकसित नही होते।
बालों के झड़ने पर उपचार के लिए अरंडी के तेल के उपयोग की सामान्य क्रमशः विधी यहाँ दी गयी हैः
- उंगलियों के प्रयोग से, बाल की जड़ों और सिर की त्वचा पर उच्च मात्रा में अरंडी के तेल लगाए।
- सिर की त्वचा पर तेल समान रूप से वितरित हो रहा है,यह सुनिश्चित करे।
- बाकी बालों में तेल लगाने से बचें क्योंकि तेल के गाढ़ेपन से बालों से तेल धोकर निकालने में मुश्किल हो सकती है।
- सिर की त्वचा पर लगाने के बाद, एक प्लास्टिक की टोपी के साथ अपने बालों को ढके और एक तौलिया में लपेटे।
- तेल को कम से कम 15 से 20 मिनट तक रहने दे या रात भर भी रख सकते हैं।
- बाद में अरंडी के तेल को निकालने के लिए शैम्पू के साथ धूलें।
- यह उपाय हप्ते में एक बार करे और छह से आठ सप्ताह तक ऐसा करे जिससे अच्छे परिणाम दिखेंगे।
आप अन्य तेलों के साथ जैसे अंगूर के बीज का तेल, नारियल तेल के साथ अरंडी का तेल का मिश्रण करके लगा सकते है, जिससे उसका गाढ़ापन और अप्रिय गंध कम होगी। केवल प्राकृतिक अरंडी के तेल का उपयोग करें।
बालों के स्वास्थ्य और बढ़ने को प्रोत्साहित करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग करने के अलावा, नियमित आधार पर एक बुनियादी रणनीति जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर एक स्वस्थ आहार लेना, बालों के लिए आवश्यक पुरकखुराक जिसमें बालों के विटामिन होते हैं लेता, पर्याप्त नींद और एक नियमित व्यायाम का अभ्यास करने से आप अपने बालों को लंबा, घना और मजबूत बनाने में मदद कर सकते है। अगर आप को हर बार आईने देखने पर यह ध्यान में आता है, कि आपके बाल पतले होते जा रहे है, तो शायद अरंडी के तेल के विभिन्न उपयोगों के बारे में खोजने का यही समय है।
Saturday, 4 February 2012
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